हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,आस्ताने मुक़द्दस हुसैनी के सूचना आधार का हवाला देते हुए, आस्ताने मुक़द्दस हुसैनी अ.स.ने घोषणा की कि पवित्र कुरान की एक प्रति पांच हजार से अधिक अरबईन हुसैनी ज़यारीन की भागीदारी के साथ लिखी गई।
कुरआन संबंधी मामलों पर आस्ताने मुक़द्दस हुसैनी के महासचिव के सलाहकार शेख़ हसन अलमंसूरी ने कहा,हुसैनी अरबईन तीर्थयात्रा के अवसर पर मीषाक़ बा क़ुरआन (कुरान के साथ अल्हद) शीर्षक के तहत तीर्थयात्रियों की लिखावट में अरबईन कुरान लिखने की परियोजना को लागू किया गया था।
लिखने के बाद इस कुरान को आस्ताने हुसैनी के प्रभारी शेख अब्दुल महदी अलकरबलाई के प्रतिनिधि के पास आस्ताने में उनके कार्यालय में रखा गया और उन्होंने आदेश दिया कि इस कुरान को पवित्र अस्तान हुसैनी संग्रहालय के संग्रह में प्रस्तुत किया जाए ता कि अरबईन तीर्थयात्रियों और ईश्वर की पवित्र पुस्तक की सुगंध के बीच संबंध पर गवाह रहे।
शेख अलमंसूरी ने कहा,यह पवित्र कुरान 360 मीटर लंबे मखमली कपड़े पर लिखा गया था और प्रत्येक भाग 12 मीटर लंबा है।
उन्होंने आगे कहा आस्ताने मुक़द्दस हुसैनी के सचिवालय में कुरान मामलों के सलाहकार की देखरेख में इस मुस्हफ़ के लेखन में पांच हज़ार तीर्थयात्रियों और विभिन्न इस्लामी संप्रदायों के कई विद्वानों और मौलवियों ने भाग लिया हैं।